Hurt दर्द भरी शायरी, Dard Bhari Shayari Painful Shayari In Hindi, दर्द भरी हिन्दी शायरी, Sad Shayari in Hindi - Best दर्द भरी शायरिया
Hurt दर्द भरी शायरी: मेरे प्यारे दोस्तो आज हम आपके लिए कुछ खास "दर्द भरी शायरी फ्रेश कलेक्शन" लेकर आये है। और यहाँ हम आपको दुनिया की सबसे से ज्यादा Hurt दर्द भरी शायरी बताने वाले है जो आपको बहुत पसंद आएगी और उसे आप अपने सोशल अकाउंट्स पर शेयर भी कर सकते है। अगर आपका भी दिल टूटा है या किसी ने तोड़ा है तो ये Hurt दर्द भरी शायरी संभवतः आपके लिए ही बने है।
Hurt दर्द भरी शायरी | Dard Bhari Shayari in Hindi
दर्द ज़ाहिर कभी करने नहीं देता मुझको
अश्क आंखों में भी भरने नहीं देता मुझको
जानता हूँ, कि मैं अब टूट चुका हूँ लेकिन
वो तो इक शख्स बिखरने नहीं देता मुझको.
यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम;
न तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हम;
जिसको जितना याद करते हैं;
उसे भी उतना याद आयें हम.
हर सपना किसी का पूरा नहीं होता,
कोई किसी के बिना अधुरा नहीं होता,
जो रौशन करता हैं सब रातों को....,
वो चाँद भी तो हर रात पूरा नहीं होता.
क्या करूँगा उसका इंतज़ार कर के,
जब चली गई वो मुझे बर्बाद कर के,
सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा,
मगर मिली सिर्फ तन्हाई उनसे प्यार कर के.
तकदीर ने जैसे चाहा ढल गए हम,
यूं तो संभल के चले थे फिर भी फिसलगए हम.
अपना यकीं है की दुनिया बदल गयी,
पर सबका ख्याल है के बदल गए हम.
मिलके बिछड़ना दस्तूर है जिंदगी का,
एक यही किस्स मशहूर है जिंदगी का,
बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते,
यही सबसे बड़ा कसूर है जिंदगी का।
आंसूं पीते हैं प्यास बुझाने के लिये,
आग हमने ही लगायी थी खुद को जलाने के लिये,
इस जनम में तो मुमकिन नहीं,
और जनम लगेंगे आपको भुलाने के लिये।
प्रेम करके हमने क्या पाया है,
बस अपना समय किया जाया है,
इश्क़ किया जिससे ज़हां से ज़्यादा,
उससे हमने बस धोखा खाया है.
जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये.
हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है.
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको
झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया,
सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया,
वो जान ही न पाई जजबात मेरे.....,
जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया.
ऐसा भी नहीं की उससे मिला दे कोई,
कैसी हैं वो बस इतना बता दे कोई....,
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुवा,
आज की रात तो जी भर के रुला दे कोई.
वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं
ये कुछ नही बस वक़्त का तक़ाज़ा है दोस्तो,
कभी हम तो कभी आप बदल जाते हैं.
मत रख हमसे वफा की उम्मीद,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।
दिल टूट गया है फिर भी कसक सीने में बाकी है
नशे मैं मदहोश हैं तो क्या पैमाने मैं जाम अब भी बाकी है.
कोई रिश्ता टूट जाये दुख तो होता है,
अपने हो जायें पराये दुख तो होता है,
माना हम नहीं प्यार के काबिल
मगर इस तरह कोई ठुकराये दुख तो होता है।
दिल को हमसे चुराया आपने,
दूर होकर भी अपना बनाया आपने,
कभी भूल नहीं पायेंगे हम आपको,
क्योंकि याद रखना भी तो सिखाया आपने.
इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है,
जो मरते दम तक साथ जाता है,
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं,
कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.
हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.
कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग,
अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग,
पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब,
फिर ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग.
ज़िंदगी से यू चले है इल्ज़ाम लेकर,
बहुत जी चुके उसका नाम लेकर,
अकेले बाते करेंगे वो इन सितारो से,
जब हम चले जाएँगे उन्हे सारा आसमान देकर
दिल यूँना कभी उदास होता,
जो कोई अपना हमारे पास होता,
यूँ तो हमने साथ दिया अक्सर अपनों का,
पर काश किसी को हमारी तन्हाई का एहसास होता.
कल रात वो मिली ख्वाब में,
हम ने पूछा क्यों ठुकराया आपने,
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे,
फिर कैसे पूछता क्यों रुलाया आपने.
तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे,
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले,
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे.
ये जान गँवा दी, ये जुबां गँवा दी,
हमने तेरे इश्क में दो जहान गँवा दी,
सीने में पड़े थे दिल के हजार टुकड़े,
एक नज़र से तूने उनमें आग लगा दी.
आप आँखों से दूर दिल के करीब थे,
हम आपके और आप हमारे नसीब थे,
न हम मिल सके, न जुदा हुवे......,
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे.
हर पल दिल को बहला लेता हूँ,
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ,
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ,
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ.
रब उसे ऐसी तन्हाई न दे,
हम जी लेंगे तन्हा पर उसे तन्हाई न दे,
इन निगाहों में बसी रहे उसकी सूरत,
भले मेरी सूरत उसे दिखाई न दे.
क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले,
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले....,
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा,
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले.
तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,
पर इनको ये बताना नहीं आया,
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.
हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।
इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है,
जो मरते दम तक साथ जाता है,
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं,
कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.